• ब्रिटेन जाने के लिए यूरोपीय लोगों को ऑनलाइन परमिट लेना होगा

    ब्रिटेन जाने वाले यूरोपीय यात्रियों को अब एक ऑनलाइन एंट्री परमिट लेनी होगी. ब्रिटेन में प्रवेश का यह नया नियम बुधवार 2 अप्रैल से लागू हो गया है

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    ब्रिटेन जाने वाले यूरोपीय यात्रियों को अब एक ऑनलाइन एंट्री परमिट लेनी होगी. ब्रिटेन में प्रवेश का यह नया नियम बुधवार 2 अप्रैल से लागू हो गया है.
    ब्रिटेन की सरकार ने लंबे समय से चले आ रहे यात्रा नियमों में बड़ा बदलाव किया है. यूरोप के यात्रियों को अब एक डिजिटल इलेक्ट्रॉनिक ट्रैविल ऑथराइजेशन (ईटीए) की जरूरत होगी. ब्रिटिश अधिकारियों का कहना है कि देश में प्रवेश की प्रक्रिया को बेहतर करने और सुरक्षा बढ़ाने के लिहाज से नए नियम लागू किए जा रहे हैं.

    अमेरिका और कई देशों के लिए पहले ही लागू
    अधिकारियों ने एक बफर पीरियड के रहने की भी बात कही है जो कई महीनों तक जारी रह सकती है. इसका मतलब है कि पहले की तरह ट्रेन और विमान से ब्रिटेन में प्रवेश करने की प्रक्रिया अभी कुछ समय तक के लिए जारी रहेगी. इस पुरानी प्रक्रिया में यूरोपीय लोगों के ब्रिटेन पहुंचने के बाद पासपोर्ट को चेक किया जाता है.

    यह परमिट अगले कुछ दिनों तक 10 पाउंड की रकम दे कर ऑनलाइन खरीदी जा सकता है. हालांकि 9 अप्रैल के बाद इसके लिए 16 पाउंड की रकम चुकानी होगी. ईटीए का नियम पहले ही अमेरिकी, कनाडाई और ब्रिटेन में दूसरे वीजा मुक्त देशों के यात्रियों के लिए लागू किया जा चुका है. ब्रिटेन, यूरोपीय संघ से 2020 में ही बाहर हो गया था.

    ब्रिटेन के सीमा बल के प्रमुख फिल डगलस का कहना है कि नए नियम एक व्यापक योजना का हिस्सा है जिसके तहत दुनिया भर के लोगों के लिए ईटीए जरूरी बनाया जा रहा है. उन्होंने यह भी कहा, "यह योजना सीमा सुरक्षा के उपायों के तहत जरूरी है." उन्होंने उम्मीद जताई है कि बुधवार से शुरू हो रहे इस नियम की वजह से लोगों की आवाजाही में कोई समस्या खड़ी नहीं होगी.

    यात्रियों का फायदा
    अधिकारियों का कहना है कि परमिट की वजह से प्रवेश जल्दी हो सकेगा और यात्री के आप्रवासन इतिहास और आपराधिक रिकॉर्ड के बारे में जानकारी को चेक करना संभव होगा. डगलस का यह भी कहना है, "इससे दोनों को फायदा ऐसे होगा कि हम कॉन्टैक्टलेस बॉर्डर बना रहे हैं, तो अगर उन्हें प्रवेश की मंजूरी मिल गई है तो वे हमारे नए ई-गेट का इस्तेमाल कर सकते हैं और वे ज्यादा जल्दी सीमा पार कर जाएंगे."

    इस परमिट के साथ यूरोपीय लोग छह महीने तक ब्रिटेन में रह सकते हैं. यह आवेदन करने वाले यात्री के पासपोर्ट से डिजिटल तरीके से जुड़ा रहता है, जिसकी वैधता 2 साल के लिए होती है. इसके लिए आवेदन स्मार्टफोन ऐप या फिर सरकार की वेबसाइट के जरिए किया जा सकता है. यूरोपीय लोगों के लिए आवेदन की प्रक्रिया मार्च से ही शुरू कर दी गई थी. 30 यूरोपीय देश के लोगों पर यह लागू होता है. इसमें आयरलैंड को छोड़ कर यूरोपीय संघ के सभी देश शामिल हैं.

    परमिट के लिए आवेदन करने वाले को पासपोर्ट और उनके चेहरे की एक तस्वीर देनी होती है. ब्रिटिश अधिकारियों के मुताबिक, इस प्रक्रिया में लगभग 10 मिनट लगते हैं. ज्यादातर मामलों में आवेदन पर फैसला कुछ ही मिनटों में आ जाता है. हालांकि सरकार ने इसके लिए तीन कामकाजी दिन की संभावित अवधि तय की है. यह परमिट बच्चों के लिए भी जरूरी है. हालांकि ब्रिटेन की सीमा पार किए बगैर यहां से गुजरने वाले विमान यात्रियों को इस स्कीम से छूट दे दी गई है. हीथ्रो एयरपोर्ट ने इसके लिए दबाव बनाया था क्योंकि उसे डर था कि इसकी वजह से उसके यात्रियों में कमी आ सकती है. हीथ्रो, यूरोप के सबसे व्यस्त हवाई अड्डों के लिए अहम कनेक्टिंग एयरपोर्ट है.

    यह योजना सबसे पहले 2023 में कतर के लिए लागू की गई थी. उसके बाद खाड़ी के पांच और देशों के लिए इसे लागू किया गया. जवरी में इसे 50 देशों के लिए लागू कर दिया गया जिनमें अर्जेंटीना, दक्षिण कोरिया और न्यूजीलैंड भी शामिल हैं. 2024 में करीब 11 लाख ईटीए जारी किए गए. यह ब्रिटेन में रहने वाले या फिर पहले से ही ब्रिटेन में आप्रवासी का दर्जा पा चुके लोगों पर लागू नहीं होगा.

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